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Haryana Gk For Hssc Exam Panchkula

Haryana Gk For Hssc Exam Panchkula

Haryana Gk Panchkula

मनसा देवी मंदिर, पंचकुला-चंडीगढ़ से लगभग 9 किलोमीटर दूर मनीमाजरा के निकट शिवालिक पहाड़ियों के प्रथम शिखर पर सुशोभित माता मनसा देवी का प्रसिद्ध ऐतिहासिक मंदिर है। मनसा देवी मंदिर में उत्तर भारत के लोगों की काफी मान्यता है।


 काली माता मंदिर, कालका- पहाड़ी क्षेत्र कालका में कालका-शिमला मार्ग पर पहाड़ियों से घिरा काली माता मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है।

भीमा देवी मंदिर-ईसे उत्तर भारत का खजुराहो का मंदिर भी कहा जाता है। नाडा साहिब गुरुद्वारा


• नाहन कोठ


• प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण


रेड जंगल फाउल प्रजनन केंद्र पंचकूला


• खोल-अ-रैतान वन्य जीव अभ्यारण


• वीर शिकारगढ़ वन्य जीव अभ्यारण


• फिसैट प्रजनन केंद्र


• चिड़िया प्रजनन केंद्र


• पंचकूला की कुछ महत्वपूर्ण खास बातें


घग्घर नदी कालका से हरियाणा में प्रवेश करती है।

• घग्घर नदी को पाकिस्तान में हकरा के नाम से जाना जाता है।


• हरियाणा में सिंचाई विभाग का मुख्यालय भी पंचकूला में है।


• HSSC, MPSC, HR साहित्य अकादमी का मुख्यालय पंचकूला मे ही हैं।


• पालतु पशु चिकित्सा केंद्र पंचकूला मे ही है।


• टीचर होम 62 लाख की लागत से पंचकूला मे ही बनाया गया है।


• मोरनी की पहाड़ियां चीड़ के पेड़ व हर्ड के उत्पादन के लिए अधिकतर प्रसिद्ध है।


• मोरनी की पहाड़ियों में पथरीली मिट्टी पाई जाती है।


• हरियाणा राज्य का अभिलेखागार विभाग पंचकूला में स्थित है।


• पंचकुला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संग्रहालय का निर्माण भी किया जा रहा है।


• पंचकूला हरियाणा का सबसे नवीनतम शहर माना जाता है।


• पंचकूला मे 2 विधानसभा सीट हैं। कालका व पंचकूला।


• पंचकूला में सबसे आधुनिक ढंग से फलों की खेती भी की जाती है।


पंचकूला के प्रमुख मेले


• आम मेला- यह पिंजौर मे जून-जुलाई के महीने में लगता है।


पंचकूला के प्रमुख व्यक्ति


• अरुणा आसफ अली- ये कालका से संबंधित है और हरियाणा की एकमात्र ऐसी महिला हैं जिनको भारत रत्न से नवाजा गया है।


• अंजुम शायर


• नर्दी-घग्गर नदी, सिरसा नदी, और कौशल्या नदियां बहती हैं।


प्रमुख उद्योग


• 1) पंचकुला अर्बन स्टेट,


• 2) एचएमटी पिंजौर,


• 3) सूरजपुर उद्योगिक क्षेत्र 

17वें जिले के रूप में पंचकूला की स्थापना 15 अगस्त, 1995 को हुई।


 . मोरनी की पहाड़ियाँ पंचकूला में है। यह हरियाणा का एकमात्र हिल स्टेशन है।


 मोरनी की पहाड़ियों में गुरू रामदेव के सहयोग से वर्ल्ड हर्बल फोरेस्ट की स्थापना की जा रही है।


पंचकूला के सैक्टर -1 में जैनेन्द्र जैन गुरूकुल की स्थापना 21 फरवरी, 1929 को की गई थी।


. हरियाणा सरकार ने 2007 में तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए पंचकूला में हरियाणा राज्य परामर्श सोसायटी की स्थापना की थी।


 मनसा देवी का मंदिर पंचकूला में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1861 में महाराजा करमसिंह ने करवाया था।


काली माता का मंदिर कालका में है। कालका का पुराना नाम कालिका था।


पाणिनि की पुस्तक अष्टाध्यायी में कालका को कालकूटा कहा गया है।


गुरूद्वारा नाना साहिब घग्घर नदी के तट पर। पंचकूला में स्थित है।


पिंजौर में शिवलौत्रियाँ मंदिर स्थित है।


कोशल्या नदी हिमाचल के धर्मपुर क्षेत्र से निकलकर पिंजौर को पार करती हुई घग्घर नदी में मिलती है। इस नदी पर पंचकूला में बाँध बनाया गया है।


 महाभारत काल में पिंजौर राजा विराट की राजधानी होता था। इसलिए इसे विराट नगर के नाम से जाना जाता था।


हांसी से प्राप्त पृथ्वीराज चौहान के एक शिलालेख में पिंजौर को पंचपुर कहा गया है।


भीमा देवी का मंदिर पिंजौर में है।


 पिंजौर में मुगल गार्डन का निर्माण 1661 में फिदा-ए-खान ने करवाया था। इस गार्डन को वर्तमान में यादवेन्द्र गार्डन कहा जाता है। इस गार्डन को उत्तर भारत का नन्दन वन कहा जाता है।


 यादवेन्द्र गार्डन में हर वर्ष आमों का मेला लगता है।


पंचकूला में एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस (नागफनी) गार्डन है। इसके वास्तुकार एस. सरकारिता है।


एचएमटी फैक्ट्री पिंजौर में है।


• स्थापना- 15 अगस्त 1995


• एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन


• जनसंख्या-558890


• लिंगानुपात-873


• साक्षरता दर-88 प्रतिशत


• उपमंडल - पंचकूला, कालका


• उप-तहसील - बरवाला, मोरनी, रायपुर रानी


• खंड-बरवाला, पिंजौर, मोरनी, रायपुर रानी


• जनसंख्या घनत्व - 625 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर


नामकरण


• यहां के दो मंदिरों में से एक मंदिर पटियाला रियासत के राजा कर्म सिंह ने 1861 ईस्वी में बनवाया था। उस समय इसका नाम पंचपुरा था जो बाद में चेंज होकर पिंजौर के नाम से जाने जाने लगा।


• कुछ मान्यताओं के अनुसार यहां पांच कुप अर्थात 5 झरने होने के कारण इसका नाम पंचकुला पड़ा।


• पंचकूला का नाम है पंचपूरा पृथ्वीराज दितिय के हांसी अभिलेख से मिला है।


• कालका का प्राचीन नाम कालकूट है।


• पिंजौर राजा विराट की राजधानी रह चुका है। इसलिए इसको विराटनगर भी कहते हैं।


• पंचकूला को 360 बावड़ियों का कस्बा भी कहा जाता है।


• पंचकूला, मोहाली तथा चंडीगढ़ को ट्राइसिटी के नाम से भी जाना जाता है।


• पंचकूला को नहरों का शहर भी कहते हैं।


• पंचकूला को हिमाचल प्रदेश का सिरमौर व सोलन जिला भी कहते हैं।


• पंचकूला के टोहाना जिले को नदियों का शहर भी कहा जाता है।


• रायपुर को नैनो सिटी भी कहते हैं।


इतिहास


• स्थापना 15 अगस्त 1995 को 17वां जिला बनाया गया था।


• इस जिले के उत्तर और पूर्व में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण में अंबाला और पश्चिम में चंडीगढ़ व पंजाब लगते हैं


• पिंजौर मुगल बाग के लिए जाना जाता है जिसे सत्रहवीं सदी में फिदा-ऐ-खान ने बनवाया था। आधुनिक काल में इस बाग को पटियाला के महाराजा यादविंदर सिंह की याद में यादवेंद्र गार्डन के नाम से जाना जाता है।


पंचकूला में सर्वप्रथम


• हरियाणा राज्य की सबसे कम जनसंख्या भी किसी जिले में है। (जनसंख्या-558890)


• हरियाणा राज्य में सबसे अधिक वनों की संख्या भी किसी राज्य में पाई जाती है (400 वर्ग किलोमीटर)


• हरियाणा में सबसे कम पक्की सड़कों की लंबाई पंचकूला में ही है।


• सबसे कम पशुधन पंचकूला मे है।


• सबसे कम भैंस वाला जिला पंचकूला है।


• हरियाणा में सबसे ज्यादा पहाड़ी विस्तार पंचकूला में ही है


• हरियाणा में सबसे ज्यादा अभ्यारण पंचकूला में ही मिलते हैं।


• एच.एम.टी. फैक्ट्री को सबसे पहले अंबाला में शुरू किया गया था लेकिन बाद में इसे पंचकूला में खोला गया। वर्तमान में यह फैक्ट्री बंद हो चुकी है व इसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है।


• हरियाणा में सबसे ज्यादा वन पंचकूला में है। - 31.40% परंतु हरियाणा में सबसे ज्यादा संघन वन यमुनानगर में हैं।


मुख्य पर्यटन स्थल


• पिंजौर का यादवेंद्र उद्दान- पिंजौर के यादवेंद्र उद्यान को उत्तरी भारत का नंदनवन भी कहा जाता है।


• मोरनी हिल्स - यह हरियाणा का एकमात्र खूबसूरत हिल स्टेशन है। शिवालिक गिरिमाला में स्थित मोरनी नाम का पहाड़ी क्षेत्र एक बेहद प्रसिद्ध लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। मोरनी पहाड़ियों में स्थित करोह हरियाणा राज्य का सबसे ऊंचा स्थान है। (ऊंचाई-1514 मि.)


• पिंजौर - यहां का मुगल गार्डन भारत के गिने चुने उद्यानों में से एक है, जिसका निर्माण वर्ष 1661 में औरंगजेब के चचेरे भाई व पंजाब के गवर्नर फिदाईखान ने पंजाब विलयले के उपलक्ष में करवाया था। जिसका विस्तृत विवरण वर्ष 1696 में मुंशी सुजानराय द्वारा लिखित किताब खुलास-तु-तवारीख में भी मिलता है। इसका पुराना नाम पंचपुरा है। इसे 360 बावड़ियों का शहर कहा जाता है। इसका और भी पुराना नाम विराट नगर था।


• कैक्टस गार्डन- कैक्टस गार्डन की स्थापना जे.एस. सरकारिया के द्वारा की गई थी। यह हरियाणा का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन है। यहां पर 3500 प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं।


• हर्बल पार्क - मोरनी की पहाड़ियों में हर्बल पार्क प्रस्तावित किया गया है। यहां पर 25 हजार से अधिक औषधियां लगाई जाएंगी। यह दुनिया का सबसे बड़ा हर्बल पार्क बनाया जाएगा। इसके विकास मे पतंजलि योगपीठ द्वारा सहयोग किया जाएगा।


• गिध्द संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र - यह पंचकूला में स्थित है। यह हरियाणा का ही नहीं बल्कि पूरे भारत का एकमात्र गिद्ध प्रजनन केंद्र है। गीध्दों को प्राकृतिक सफाई कर्मी कहा जाता है। एशिया में सबसे ज्यादा गिध्द भारत में ही पाए जाते हैं।


• फिदाई खां का गार्डन - इसे मुगल गार्डन भी कहते हैं। इसकी स्थापना 1661 में फिदाईन खान के द्वारा की गई थी। फिदाई खान औरंगजेब का चचेरा भाई था। मुगल गार्डन का वर्णन 1696 में मुंशी सुजानराय द्वारा लिखी पुस्तक खुलास-तु-तवारीश्व में भी मिलता है।


महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल


• जैनेंद्र जैन गुरुकुल - पंचकूला के सेक्टर 11 में स्थित यह गुरुकुल आज भी अपने समृद्ध इतिहास की गवाही देता है। इस गुरुकुल की स्थापना 12 फरवरी 1929 में स्वामी धनीराम व उसके शिष्य आचार्य कृष्णचंदर के द्वारा की गई थी।

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