Type Here to Get Search Results !

Journalism And Mass Communication Notes In Hindi And Study Material

Journalism And Mass Communication Notes In Hindi And Study Material Electronics Media


Journalism And Mass Communication Notes In Hindi And Study Material
Journalism And Mass Communication Study Material 


Journalism And Mass Communication Notes In Hindi And Study Material Electronics Media पत्रकारिता एवं जन संचार नोट्स व पाठ्य सामग्री

Electronics Media

History of Television (टेलीविजन का इतिहास)

विश्व में चित्रों को प्रभावशाली ढंग से प्रसारित करने वाला पहला उपकरण वर्ष 1925 में जॉन लॉगी बेयर्ड ने बनाया था। वर्ष 1927 में सी एफ जेकिंस ने पहली बार प्रसारित चित्र दिखाए। ये उपकरण यान्त्रिक थे। धीरे-धीरे इन्हें इलेक्ट्रॉनिक आधार दिया गया और तस्वीरों को वाणी भी दी जाने लगी। इस प्रकार का ध्वनियुक्त पहला टेलीविजन प्रसारण वर्ष 1936 में इंग्लैण्ड में, फ्रांस (1938) व अमेरिका (1941) में हुआ। दूसरे महायुद्ध के दौरान टेलीविजन की प्रगति थोड़ी रुक-सी गई, लेकिन उसके बाद इसका विकास बहुत तेजी से हुआ। श्वेत-श्याम टीवी का स्थान रंगीन टीवी ने ले लिया और आज यह माध्यम सैटेलाइट से जुड़कर विश्वव्यापी बन गया है। रंगीन
प्रसारण सर्वप्रथम अमेरिका में वर्ष 1953 में शुरू हुआ।

महत्वपूर्ण तथ्य

वर्ष 1925 में स्कॉटलैण्ड वासी जॉन लॉगी बेयर्ड ने टेलीविजन का आविष्कार किया।

वर्ष 1906 में वायरलैस टेलीग्राफ और वर्ष 1908 में कैम्पवेल द्वारा टेलीविजन का सिद्धान्त प्रस्तुत किया गया।

टेलीविजन पर सीधे प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को लाइव कहते हैं।

एडवर ई. विलिस के अनुसार, “टेलीविजन एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा करोड़ों लोग एक ही बात पर हँसकर भी अकेले रह सकते हैं।”

भारत में टेलीविजन सेट को प्रदर्शित करने वाली प्रथम कम्पनी फिलिप्स थी।

15 अगस्त, 1965 से एक घण्टे का दैनिक प्रसारण हिन्दी समाचार बुलेटिन के साथ शुरू हुआ।

26 जनवरी, 1967 से कृषि दर्शन कार्यक्रम आरम्भ हुआ।

3 सितम्बर, 1971 से अंग्रेजी समाचार बुलेटिन का प्रसारण आरम्भ हुआ।

नवम्बर, 1982 में एशियाई खेलों का प्रसारण रंगीन कवरेज के साथ हुआ।

वर्ष 1984 में दूरदर्शन का रजत जयन्ती वर्ष मनाया गया।

15 अगस्त, 1984 से दूरदर्शन पर शैक्षिक कार्यक्रमों की शुरूआत हुई।

वर्ष 1985 में पीसी जोशी की अध्यक्षता में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जो दूरदर्शन के भारतीय व्यक्तित्व शीर्षक से प्रकाशित हुई।

7 नवम्बर 1985 को पीतमपुरा टावर (एशिया का सबसे बड़ा टावर है) जिसकी ऊँचाई 235 मी है, यह कुतुबमीनार से तीन गुना ऊँचा है, स्थापित किया गया। इसी टावर से डीडी 1 और डीडी 2 का प्रसारण
होता है।

19 नवम्बर, 1985 को टेलीटेक्स्ट सेवा शुरू हुई।

23 फरवरी, 1987 से प्रातःकालीन सेवा का शुभारम्भ हुआ।

वर्ष 1990 में खाड़ी युद्ध का सीधा प्रसारण करके ८1५ चैनल ने केबल नेटवर्क का प्रवेश कराया।

3 सितम्बर, 1995 से डीडी-3 सेवा का शुभारम्भ हुआ।

15 सितम्बर, 1999 को डीडी-स्पोर्ट्स की शुरूआत हुई।

वर्ष 1992 में सुभाषचन्द्र गोयल ने हाँगकाँग से अंपलिंकिंग शुरू कर भारत का पहला सैटेलाइट चैनल जी टीवी शुरू किया।
वर्ष 1920 में अमेरिका में सर्वप्रथम टेलीविजन का प्रारम्भ हुआ।

15 सितम्बर, 1959 में दिल्‍ली में सर्वप्रथम दूरदर्शन का आरम्भ हुआ।

अक्टूबर, 1972 में बम्बई दूरदर्शन केन्द्र स्थापित किया गया।

1973 में श्रीनगर (26 जनवरी), अमृतसर (29 सितम्बर) तथा पूना 2 अक्टूबर) को दूरदर्शन केन्द्र की स्थापना हुई।

1 अगस्त, 1975 में सैटेलाइट इंस्ट्रकशनल टेलीविजन एक्सपेरीमेण्ट सेवा (साइट) आरम्भ हुई।

वर्ष 1975 में ही कलकत्ता (8 अगस्त), चेन्नई (15 अगस्त) तथा लखनऊ (7 नवम्बर) में टीवी केन्द्र से प्रसारण प्रारम्भ हुआ।

जनवरी, 1976 से टेलीविजन विज्ञापन सेवा आरम्भ हुई।

जून, 1976 से दूरदर्शन को आकाशवाणी से अलग कर पृथक्‌ निदेशालय स्थापित किया गया।

जून, 1977 में आकाशवाणी व दूरदर्शन से प्रथम बार राजनीतिक दलों का चुनाव प्रसारण हुआ।

17 अगस्त, 1977 में वी जी वर्गीज की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय कार्य समिति का गठन हुआ।

12 जनवरी, 1979 में कानपुर टीवी रिले सेण्टर का उद्घाटन हुआ और 13 अप्रैल को जालन्धर दूरदर्शन केन्द्र का उद्घाटन हुआ।

15 अगस्त, 1982 से नियमित रंगीन टीवी प्रसारण आरम्भ हुआ।

15 अगस्त, 1984 से यूजीसी द्वारा प्रायोजित दो दैनिक कार्यक्रमों का दूरदर्शन पर प्रसारण शुरू किया गया।

17 सितम्बर, 1984 में दिल्‍ली में दूसरे चैनल अर्थात्‌ मैट्रो चैनल का उद्घाटन हुआ।




Journalism And Mass Communication Study Material In Hindi And Notes पत्रकारिता एवं जन संचार पाठ्य सामग्री और नोट्स


Radio


आकाशवाणी अपने विभिन्‍न केन्द्रों से प्रसारित होने वाले अपने कार्यक्रमों से जनता को सूचनाएँ देने, शिक्षित करने और उनका मनोरंजन करने में लगी है। यह देशभर के लोगों को सरकारी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों और उपलब्धियों के बारे में ध्वन्यात्मक प्रसारणों के माध्यम से जानकारी देती है।
आकाशवाणी दुनिया में सबसे बड़े प्रसारण नेटवर्क में से एक है। स्वतन्त्रता के समय केवल 6 रेडियो स्टेशन और 18 ट्रांसमीटर थे, जो देश की 11% जनता को और 95% क्षेत्र में प्रसारण उपलब्ध करा पाते थे। दिसम्बर, 2009 में इस नेटवर्क में स्टेशनों की संख्या 233 और ट्रांसमीटरों की 375 हो गई थी। देश की 99.16% जनसंख्या और 91.82% क्षेत्र इसके दायरे में था।

वर्ष 1936 में इण्डिया ब्रॉडकास्टिंग सर्विस का
नाम बदल कर ऑल इण्डिया रेडियो रखा गया था। वर्ष 1957 में ऑल इण्डिया रेडियो का नाम बदल कर आकाशवाणी रखा गया। आकाशवाणी महानिदेशालय प्रसार भारती (भारतीय प्रसारण निगम) के अन्तर्गत कार्य करता है। समूचे आकाशवाणी नेटवर्क के समग्र प्रशासन और पर्यवेक्षण के लिए महानिदेशक (विभागाध्यक्ष) उत्तरदायी होता है।


1831 ई. में जोसेफ हेनरी द्वारा एक मील दूरी तक सन्देश प्रेषित किया गया।

अमेरिका के अलेक्जेण्डर ग्राह्म बेल ने 1876 ई. में ध्वनि की विद्युत चुम्बकीय तरंगों के माध्यमों से सन्देश प्रणाली का विस्तार किया।

1897 ई. में मार्कोनी ने इंग्लैण्ड में वायरलेस टेलीग्राफ एण्ड सिग्नल कम्पनी लिमिटेड की स्थापना की।

12 दिसम्बर, 1901 को मारकोनी द्वारा इंग्लैण्ड से अमेरिका(न्यू फाउण्डलैण्ड ) के बीच मोर्स कोड प्रेषित किया गया।

अमेरिका के ली डी फॉरेस्ट ने वर्ष 1918 में न्यूयॉर्क में विश्व का प्रथम रेडियो स्टेशन शुरू किया।

2 नवम्बर, 1920 को विश्व का प्रथम व्यावसायिक प्रसारण केन्द्र पिट्सबर्ग (रूस) में आरम्भ हुआ।

वर्ष 1920 में मारकोनी ने चेम्सफोर्ड (इंग्लैण्ड) से रेडियो का प्रसारण शुरू किया।

वर्ष 1922 में ब्रिटिश ब्रॉडकार्स्टिग कॉर्पोरेशन (BBC) की स्थापना की गई ।

वर्ष 1925 में माइक्रोफोन से पहली रिकॉर्डिंग की गई।

वर्ष 1931 में बेल टेलीफोन लेबोरेट्रीज ने पहली स्टीरियो रिकॉर्डिंग की।

1948 में ट्रांजिस्टर की शुरूआत हुई।

वर्ष 1962 में विश्व का प्रथम स्टीरियो एफ एम रेडियो आरम्भ हुआ।

1975 में डिजीटल रिकॉर्डिंग आरम्भ हुई।

रेडियो भारत के सबसे ज्यादा क्षेत्र में प्रसारित होने वाला संचार माध्यम है। रेडियो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का मित्र होता है। एफएम रेडियो का अत्याधुनिक प्रारूप है, जो युवाओं में काफी प्रचलित है। रेडियो के प्रारम्भ की कहानी वर्ष 1815 ई. से शुरू होती है।

इटली के मुग्लियों मार्कोनी ने टेलीग्राफी के जरिए पहला सन्देश प्रसारित किया था।

रेडियो में पहली बार मनुष्य की आवाज वर्ष 1906 में सुनी गई, जब अमेरिका के ली डी फॉरेस्ट ने प्रयोग के तौर पर पहला प्रसारण किया।

भारत में वर्ष 1926 में रेडियो प्रसारण का आरम्भ हुआ, मुम्बई एवं कलकर्णी स्टेशनों की स्थापना हुई।

वर्ष 1918 में ली डी फॉरेस्ट ने न्यूयॉर्क के हाईब्रिज इलाके में दुनिया का पहला रेडियो स्टेशन शुरू किया।

नवम्बर, 1920 में नौसेना के रेडियो विभाग में काम कर चुके फ्रैंक कानार्ड को दुनिया में पहली बार कानूनी तौर पर रेडियो स्टेशन शुरू करने की अनुमति मिली।

वर्ष 1936 में भारत में सरकारी इम्पीरियल रेडियो ऑफ इण्डिया की शुरूआत हुई, जो आजादी के बाद ऑल इण्डिया रेडियो या आकाशवाणी बन गया।

वर्ष 1947 में आकाशवाणी के पास 6 रेडियो स्टेशन थे और उसकी पहुँच 11% लोगों तक थी। आज आकाशवाणी के पास 223 रेडियो स्टेशन हैं और उसकी पहुँच 99.1% भारतीयों तक है। ग्रामीण प्रसारण की शुरूआत वर्ष 1935 में हुई, परन्तु व्यवस्थित रेडियो ग्रामीण मंच का प्रसारण वर्ष 1939 से शुरू हुआ था।
महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम वर्ष 1940 में प्रसारित होने शुरू हुए।
दिसम्बर, 2002 में शैक्षिक संस्थानों में सामुदायिक रेडियो लाइसेन्स दिए जाने की नीति की घोषणा की।
समाचार सेवा प्रभाग प्रतिदिन 647 बुलेटिनों का प्रसार करता है, इसमें 56 घण्टे और 90 भाषाओं व बोलियों में समाचार होते हैं।
चन्दा समिति का गठन वर्ष 1964 में रेडियो प्रसारण में सुधार लाने के लिए किया गया था।
वर्गीज समिति की सिफारिश पर वर्ष 1990 में प्रसार भारती बिल पारित किया गया जो कानूनी रूप से वर्ष 1997 में लागू हुआ।

FM Radio


भारत में सर्वप्रथम एफ एम (FM) का प्रसारण परीक्षण के तौर पर वर्ष 1977 में मद्रास में किया गया। टाइम्स एफ एम ने वर्ष 1993 में अहमदाबाद में प्रसारण किया। टाइम्स एफ एम
को वर्तमान में रेडियो मिर्ची के नाम से जाना जाता है। भारत का प्रथम निजी एफ एम रेडियो स्टेशन रेडियो सिटी का प्रसारण बैंगलोर में 3 जुलाई, 2001 को शुरू किया गया। इसका प्रसारण रोहित बारकर, डेरियस सुनेबाला, जोन्जी कुरियन तथा सुरेश वेंकट जैसे लोगों ने शुरू किया था। भारत सरकार ने सरकारी नियन्त्रण में दो एफ एम चैनल, एफ एम-1 तथा एफ एम-2 के नाम से क्रमश: 15 अगस्त 1993 में एवं सितम्बर , 2001 में शुरू किए थे। जिन्हें वर्तमान में एफ एम तथा रेडियो गोल्ड के नाम से जाना जाता है।

मानहानि परिभाषा, अर्थ, नियम व कानून - अभी पढ़ें

हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार के समाचार पत्रों की सूची- अभी पढें

न्यायालय की अवमानना कानून पूरी जानकारी - अभी पढ़ें

Journalism and mass communication के मॉडल्स - अभी पढें

कॉपी राइट एक्ट कानून और सजा - अभी पढ़ें

Mass Communication की परिभाषा, अर्थ, महत्व व माध्यम- अभी पढें

रिसर्च अर्थ, परिभाषा, क्षेत्र, महत्व - अभी पढ़ें

Journalism का अर्थ, परिभाषा, क्षेत्र- अभी पढें

नाट्य प्रदर्शन एक्ट और डाक घर एक्ट - अभी पढ़ें




हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार के समाचार पत्रों की सूची- अभी पढें

Journalism and mass communication के मॉडल्स - अभी पढें

Mass Communication की परिभाषा, अर्थ, महत्व व माध्यम- अभी पढें

Journalism का अर्थ, परिभाषा, क्षेत्र- अभी पढें

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad