Mass Communication Me Career | journalism me scope

Mass Communication Me Career


Mass Communication Me Career
Mass Communication Me Career


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Mass Communication me creer bnane ke liye Yogyatayen

जनसंचार के क्षेत्र में अपना Career बनाने की सोच रखने वाले युवाओं में निम्न गुण होने चाहिए
1. सख्त होना, ताकि निश्चित उद्देश्य के लिए शारीरिक दम-खम के साथ कार्य किया जा सके।

2. तरह-तरह के दबावों को झेलने या सहन करने की इच्छा और मानसिक योग्यता।


3. श्रोता, पाठक एवं दर्शक के विभिन्न समूहों का ध्यान आकर्षित करने के लिए तथ्यों और विचारों की आसानी से समझ में आ जाने वाले रूप देने की सृजनात्मक और वैचारिक क्षमता।

4. जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के लोगों के साथ परस्पर समन्वय, सामंजस्य तथा क्रिया-प्रतिक्रिया की योग्यता, ताकि सूचना के संचार अथवा विचारों को मूर्त रूप देने की सृजनात्मक और वैचारिक क्षमता विकसित हो।


Journalism me Career एवं प्रशिक्षण


जब कोई व्यक्ति किसी क्षेत्र को अपने career के रूप में अपनाने का फैसला करता है, तो यह जरूरी नहीं है कि वह अपनाए गए कैरियर क्षेत्र में पारंगत हो, लेकिन प्रशिक्षण लेने के बाद व्यक्ति उस क्षेत्र में पारंगत हो सकता है। यह बात पत्रकारिता एवं जनसंचार को career के रूप में अपनाने वाले लोगों के साथ भी लागू होती है।
बदलते परिवेश ने प्रायः प्रत्येक कैरियर की सम्भावनाओं में आमूल परिवर्तन कर दिया है।पत्रकारिता एवं जनसंचार में कैरियर एक प्रतिष्ठित व्यवसाय है और कुछ मामलों में एक उच्च वेतन देने वाला व्यवसाय है, जो युवाओं को बड़ी संख्या में आकर्षित कर रहा है। किसी भी राष्ट्र के विकास में पत्रकारिता एक अहम् भूमिका निभाती है। पत्रकारिता ही वह साधन है, जिसके माध्यम से हमें समाज की दैनिक घटनाओं के बारे में सूचना प्राप्त होती है। वास्तव में पत्रकारिता का उद्देश्य जनता को सूचना देना, समझाना, शिक्षा देना और उन्हें प्रबुद्ध करना है। पत्रकारों के लिए अवसर अनन्त हैं, किन्तु साथ ही किसी भी पत्रकार का कार्य अधिक चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि नया विश्व, इस कहावत को चरितार्थ कर रहा है कि कलम तलवार से कहीं अधिक प्रभावशाली है। अब घटनाओं की मात्र साधारण रिपोर्ट देना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि रिपोर्टिंग में अधिक विशेषज्ञता और व्यावसायिकता का होना भी आवश्यक है। यही कारण है कि पत्रकार समाचार-पत्रों एवं आवधिक पत्र-पत्रिकाओं के लिए राजनीतिशास्त्र, वित्त एवं अर्थशास्त्र, संस्कृति एवं खेल जैसे विविध क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं।

Journalism and mass communication me career के विभिन्न आयाम


खर्च कितना होगा?

शिक्षण शुल्क तथा विभिन्न प्रोजेक्ट्स, इण्टर्नेशिप व फील्ड-वर्क पर होने वाले व्यय के कारण इस कोर्स को करने में खर्चा अधिक होता है। स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम संचालित करने वाले अधिकतर संस्थान वार्षिक फीस के रूप में 60,000 से 2 लाख तक लेते हैं। तीन वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए आपको लगभग 3 लाख खर्च करने पड़ सकते हैं। इसी प्रकार, भारतीय जनसंचार संस्थान से एक वर्षीय परा-स्नातक पाठ्यक्रम करने पर 40,000 से 1 लाख तक खर्चा आता है। जामिया मिलिया इस्लामिया के जनसंचार अनुसन्धान केन्द्र द्वारा संचालित दो वर्षींय
परा-स्नातक कोर्स के 1 लाख लगते हैं।

फण्डिंग/छात्रवृत्ति

प्रिण्ट मीडिया (हिन्दी एवं अंग्रेजी) व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पाठ्यक्रमों में प्रथम दो छात्रों को आईआईएमसी, वार्षिक फीस का आधा छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान करता है। इस संस्थान में कई और मेमोरियल स्कॉलरशिप मेरिट के आधार पर छात्रों को दी जाती है। कई दूसरे संस्थान भी मेरिट के आधार पर छात्रवृत्तियाँ प्रदान करते हैं। इलाहाबाद बैंक व पंजाब नेशनल बैंक आदि राष्ट्रीयकृत बैंकों से छात्र निम्न ब्याज दर पर  7.5 लाख तक का ऋण भी प्राप्त कर सकते हैं।

रोजगार के अवसर

जनसंचार में प्रोफेशनल कोर्स आपके लिए फिल्म और टीवी, प्रकाशन, जन-सम्पर्क, पत्रकारिता, सम्पादन, फिल्म-मेकिंग, स्क्रिप्ट-राइटिंग व प्रोडक्शन इत्यादि के क्षेत्र में सम्भावनाओं के मार्ग खोल देता है। संक्षिप्त में कहें तो जनसंचार एक व्यक्ति के लिए कैरियर में अपार विकल्प उपलब्ध करा देता है, जिसके बाद वह अपनी रुचि के अनुसार कार्य-क्षेत्र का चयन कर सकता है। प्रतिभाशाली व ट्रेण्ड व्यक्तियों के लिए पत्रकारिता, अभिनय, दिग्दर्शन, सम्पादन, लेखन, आरजे, वीजे, प्रोडक्शन जैसे हाई-पेइंग जॉब्स में अवसर सदैव उपलब्ध रहते हैं।

वेतनमान

आईआईएमसी, एमसीआरसी जामिया व सिम्बोइसिस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से निकले हुए छात्र आकर्षक वेतनमान वाली नौकरी पा लेते हैं, जबकि दूसरे संस्थान जोकि अपेक्षाकृत कम जाने जाते हैं, के छात्रों को नौकरी ढूँढने में थोड़ी कठिनाई होती है। शुरू में एक जनसंचार प्रोफेशनल को 12,000 से 25,000 मासिक वेतन तक नौकरी मिल जाती है, जोकि पाँच वर्ष के अनुभव के बाद 50 हजार से 1 लाख तक जा सकती है।

माँग और आपूर्ति

मास-कम्युनिकेशन प्रोफेशनल के कैरियर में माँग एवं आपूर्ति का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। वैश्विक आर्थिक तंगी ने कई हाई-प्रोफाइल पत्रकारों की जॉब पर जहाँ कैंची चलाई, वहीं इस दौरान ग्रेजुएट्स को नौकरी के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, नित नए एण्टरटेनमेण्ट व न्यूज चैनलों के आने से इस क्षेत्र में ट्रेण्ड प्रोफेशनल्स की कमी बनी हुई है तथा कई नए चैनलों के भविष्य में आने से माँग बढ़ेगी ही। साथ ही इस क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोलने के पश्चात नई नौकरियों का सृजन अवश्य होगा।

मार्केट वॉच

नित नए न्यूज चैनलों के लांच होने से मीडिया के क्षेत्र में सम्भावनाओं के द्वार खुले हैं। पत्रकारिता और फिल्मों में कुशल ट्रेण्ड प्रोफेशनल्स के लिए विभिन्न पदों के लिए अवसरों की कमी नहीं है।
चूँकि भारत विश्व में सबसे अधिक फिल्म निर्माण करने वाला देश है, यहाँ इस क्षेत्र में माँग सदैव बनी रहती है। तकनीकी रूप से कुशल मीडिया प्रोफेशनल्स टीवी चैनलों, प्रोडक्शन हाउस के लिए कार्य कर सकते हैं तथा वे स्वतन्त्र रूप से वृत्तचित्र निर्माता भी बन सकते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शन

रूपर्ट मडोक की न्यूज कॉर्पोरेशन, डिज्नी एण्टरटेनमेण्ट, सीएनबीसी, वॉर्नर ब्रदर्स, गार्डियन समूह, बीबीसी, एबीसी जैसी कई प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियाँ इस क्षेत्र में विभिन्न पदों एवं स्तरों के लिए नौकरियाँ उपलब्ध करा रही हैं। इन अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं में न केवल आकर्षक वेतन मिलता है, वरन् कई चुनौतीपूर्ण कार्य करने का अवसर भी प्राप्त होता है तथा भारतीयों को तो इन जगहों पर उनके अंग्रेजी ज्ञान के कारण प्राथमिकता भी दी जाती है।

पत्रकारिता पाठ्यक्रम सम्बन्धित संस्थान

 अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
 कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता
शिवाजी विश्वविद्यालय विद्यानगर, कोल्हापुर
गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर-रुद्रप्रयाग
गुवाहाटी विश्वविद्यालय, गुवाहाटी
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर
मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर (पत्राचार-माध्यम से)
पटना विश्वविद्यालय, पटना
रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर
 सौराष्ट्र विश्वविद्यालय, सौराष्ट्र
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी
बंगलुरु विषवविद्यालय, बंगलुरु (कर्नाटक)
बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर
कालिकट विश्वविद्यालय, कालिकट
पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़
लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
पूना विश्वविद्यालय, पूना
गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
 बहरामपुर विश्वविद्यालय, बहरामपुर (ओडिशा)
नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर
कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़
आन्ध्र विश्वविद्यालय, बाल्टेअर
कोटा खुला विश्वविद्यालय, कोटा
भावनगर विश्वविद्यालय, भावनगर
 चेन्नई विश्वविद्यालय, चेन्नई
केरल विश्वविद्यालय, त्रिवेन्द्रम
महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक
आगरा विश्वविद्यालय, आगरा
बेहरामपुर विश्वविद्यालय, गंजा (बिहार)
मदुरई विश्वविद्यालय, मदुरई
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद
भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
मुम्बई विश्वविद्यालय, मुम्बई
दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय, सूरत
उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद
मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद


पत्रकारिता प्रशिक्षण के निजी संस्थान

पत्रकारिता महाविद्यालय, नई दिल्ली-24
पत्रकारिता महाविद्यालय, बरेली (उत्तर प्रदेश)
पत्रकारिता प्रशिक्षण-संस्थान, अलोपीबाग, इलाहाबाद
कहानी-लेखन महाविद्यालय, अम्बाला छावनी
गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता महाविद्यालय, नई दिल्ली
पत्रकारिता महाविद्यालय, अम्बाला छावनी



अग्रणी मीडिया संस्थान

एजेके मास-कम्युनिकेशन रिसर्व सेण्टर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल
सिम्बोयसिस इंस्टीटपूट ऑफ मास-कम्युनिकेशन, पुणे।
भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली
एशियन कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म, चेन्नई

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